मध्य प्रदेश के अभयारण्य : नाम | स्‍थापना | वर्ष | जिला | क्षेत्रफल

 मध्य प्रदेश के अभयारण्य


क्र. नाम स्‍थापना
वर्ष
जिला क्षेत्रफल
(वर्ग कि.मी.)
प्रमुख वन्‍य प्राणी
1. खिवनी 1955 देवास 134.778 तेंदुआ, चीतल, सॉभर, नीलगाय, हिरण
2. नरसिंहगढ़ 1974 राजगढ़ 57.190 तेंदुआ, चीतल, सॉभर, मोर, जंगली सूअर
3. गॉधीसागर 1981 मंदसौर/नीमच 368.260 तेंदुआ, चीतल,  चिंकारा, नीलगाय, जलपक्षी
4. बाेेेरी 1975 होशंगाबाद 485.715 तेंदुआ, चीतल, सॉभर, शेर,, गौर, हिरण, जगली सूअर
5. पचमढ़ी 1977 होशंगाबाद 491.623 तेंदुआ, चीतल, सॉभर, शेर,, गौर, हिरण, नीलगाय,
चिंंकारा
6. डुबरी(संजय) 1975 सीधी 364.693 तेंदुआ, चीतल, सॉभर, शेर, नीलगाय, चिंंकारा
7. रातापानी 1978 रायसेन/सीहोर 825.907 तेंदुआ, चीतल, सॉभर, शेर, नीलगाय
8. सिघोंरी 1976 रायसेन 291.915 तेंदुआ, चीतल, सॉभर, शेर, नीलगाय
9. नौरादेही 1975 सागर/दमोह/
नरसिंहपुर
1194.627 तेंदुआ, चीतल, सॉभर, शेर, नीलगाय, जंगली कुत्‍ता
10. मोगली पेंच   1977 सिवनी/छिंदवाड़ा 118.473 तेंदुआ, चीतल, सॉभर, शेर, गौर
11. राष्‍ट्रीय चंबल 1978 मुरैैन/भिण्‍ड 435.00 घडि़याल, मगरमच्‍छ, कछुआ, उदबिलाव, डॉल्फिन,
घडि़याल
12. केन(घडियाल) 1981 छतरपुर/पन्‍ना 45.201 घडि़याल, मगरमच्‍छ
13. सोन(घडियाल) 1981 सीधी/सतना/
शहडोल/ सिंगरौली
83.684 घडि़याल, मगरमच्‍छ, कछुआ, प्रवासी पक्षी
14. करेरा 1981 शिवपुरी 202.21 सोन चिडि़या, काला हिरण
15. घाटीगॉव 1981 ग्‍वालियर 398.91 सॉभर, नीलगाय, चिंंकारा, सुनहरी     
चिडि़या
16. बगदरा 1978 सिंगरौली/सीधी 478.00 सॉभर, नीलगाय, तेंदुआ, चीतल
17. फेन 1983 मंडला 110.740 सॉभर, तेंदुआ, चीतल, शेर
18. पनपथा 1983 उमरिया 245.842 सॉभर, तेंदुआ, चीतल, शेर, नीलगाय, चौसिंगा,
हिरण
19. सरदारपुर(खरमौर) 1983 धार 348.121 चिडि़या
20. सैैलाना(खरमौर) 1983 रतलाम 12.965 चिडिया
21. रा‍लामण्‍डल 1989 इंदौर 2.345 बाघ, तेंदुआ, चीतल, सॉभर, गौर, भालू
22. गंगउ 1979 पन्‍ना 78.536 तेंदुआ, जंगली सूअर, सॉभर, चीतल, नीलगाय, चिंकारा
23. ओरछा 1994 निवाड़ी 44.914 तेंदुआ, जंगली सूअर, सॉभर, चीतल, चिंकारा
24. विरांगना(दुर्गावती) 1995 दमोह 23.973 सॉभर, निलगाय, कृष्‍ण मृग, चीतल
25. कामधेेेनु गौ अभ्‍यारण्‍य 2012 आगर/मालवा 427.63 हे. गौ उत्‍पादों के उत्‍पादन व अनुसंधान हेतु
Read more : मध्य प्रदेश : अनुसंधान केंद्र एवं प्रशिक्षण संस्थान | Research Center and Training Institute of Madhya Pradesh 

No comments: